अभिज्ञान
लेखक : नरेन्द्र कोहली
एक सांस्कृतिक उपन्यास जो प्राचीन और आज की शिक्षा प्रणाली, गुरु-शिष्य परंपरा की अंतर्कथा भी है | अभिज्ञान के कथानक की रचना गीता में वर्णित श्रीकृष्ण के कर्म-सिद्धान्त को समझने के लिए है | आज के परिपेक्ष्य में इसके कर्म-सिद्धान्त आवश्यक हैं|
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